Thursday, April 15, 2010


DHANANJAY: अगर रख सको तो 1 निशानी हु मैं,
और खो दो तो सिर्फ 1 कहानी हू मैं,
रोक पाए ना जिसको ये सारी दुनिया,
वो 1 बूंद आंख का पानी हू मैं.............!!!! सबको प्यार देने की आदत है मुझे,
अपनी अलग पहचान बनाने की आदत है मुझे ,
कितना भी गहरा जख्म दे कोई ,
उतना ही ज्यादा मुस्कुराने की आदत है मुझे .....!!!!
इस अजनबी दुनिया में ,अकेला एक खवाब हू ,
सवालों से खफा ,छोटा सा जवाब हू ,
जो ना समझ सके ,उनके लिए " कौन " ,
जो समझ चुके ,उनके लिए किताब हू मैं ,
दुनिया की नज़र में ,जाने क्यों चुभा सा ,
सबसे नशीला और बदनाम शराब हू मैं ,
सर उठाकर देखो ,वो देख रहा है तुमको ,
जिसको ना देखा उसने ,वो चमकता आफ़ताब हू मैं ,
आँख से देखोगे ,तो ख़ुशी पाओगे ,
दिल से पूछोगे ,तो दर्द का सैलाब हू मैं ......

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